Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
फतेहपुर बाजार स्थित पहाड़पुर रोड में एक ऐसा मकान कौतूहल का विषय बन गया है जो सभी न्यूज चैनल से लेकर सोशल मीडिया में जमकर ट्रोल हो रहा है।
कोलकाता। गार्डेनरिच में दो दिन पहले गिरे एक पांच मंजिला मकान में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। इस खबर ने बंगाल और कोलकाता को झकझोर कर रख दिया है लेकिन देखा जाय तो गार्डेनरिच में डगर-डगर पर सटे मकान दिख रहे हैं जो हादसे को दावत दे रहे हैं। फतेहपुर बाजार स्थित पहाड़पुर रोड में एक ऐसा मकान कौतूहल का विषय बन गया है जो सभी न्यूज चैनल से लेकर सोशल मीडिया में जमकर ट्रोल हो रहा है। दरअसल यहां दो मकानों के बीच 5 फुट का जो जगह बचा था उसमें ही प्रमोटर ने गजब कारनामा करते हुए पांचतल्ले के मकान खड़ा कर दिया। नीचे एक शटर वाली दुकान दिख रही है। दरअसल जब दो घरों का निर्माण होता है तो बीच में 5 से 7 फुट की जगह छोड़ी जाती है लेकिन प्रमोटर ने उस 5 फुट की जगह पर जिस तरह से पांच मंजिला मकान खड़ा कर दिया यह भी खतरे को दस्तक दे रहा है।
आरोप है कि रातों-रात एक के बाद एक छत की ढलाई कर दी गई। कहीं-कहीं दो बहुमंजिला इमारतें एक-दूसरे से सटी हुई इस तरह बनाई जाती हैं कि नगर निगम के नियमों के मुताबिक जगह छोडऩे की जरूरत ही नहीं पड़ती। यहां कई मंजिलें भी हैं, जो पड़ोसी मंजिलों की ओर झुकी हुई हैं। किसी भी वक्त ढहने के डर से नगर निगम ने लटका दिया खतरनाक नोटिस- ऐसी बहुमंजिला इमारतों की संख्या भी कम नहीं!
गार्डेनरिच के फतेपुर में एक बहुमंजिला इमारत गिरने से 10 लोगों की मौत के बाद मंगलवार को शहर के चारों ओर कई अवैध निर्माण देखने को मिले। स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठा है कि एक घटना में इतने लोगों की मौत के बाद दहशत क्यों? ऐसा निर्माण पुलिस या प्रशासन के समक्ष पहले कभी नहीं देखा गया?
इस संदर्भ में कलकत्ता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि अवैध निर्माण को रोकने के लिए कोलकाता नगर निगम भरसक प्रयास कर रहा है लेकिन लोगों को भी जागरुक होने की जरुरत है। जब उनके मुहल्ले में ऐसा मकान बन रहा तो इसकी खबर नगर निगम को दें।
लालबाजार के अधिकारी सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। हालांकि, संयुक्त नगरपाल रैंक के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डीसी स्तर पर सतर्कता का आदेश दिया गया है। पूर्व में भी नगर निगम की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की गई है।
2018 में तिलजला के शिवतला लेन पर ऐसा ही एक पांच मंजिला मकान बगल के दूसरे पांच मंजिला मकान के ऊपर गिरने से हंगामा मच गया था। उस वक्त मौके पर देखा गया कि 12/11 शिबातला लेन स्थित मकान 12/12 मकान की ओर झुक रहा था। झुके हुए मकान के 18 फ्लैटों में 90 लोग रहते हैं। नगर पालिका की ओर से दो मकानों को रातों-रात खाली करने का आदेश दिया गया। लेकिन एक माह बाद भी पुलिस दोनों मकानों को पूरी तरह से खाली नहीं करा सकी है।
उस दिन पता चला कि गिरा हुआ मकान अब उस इलाके में मौजूद नहीं है। वहां सिर्फ मकान नंबर 12/12 है। स्थानीय निवासी अनवर शाहिद ने दावा किया, नगर निगम ने झुके हुए मकान को तोड़ दिया है। जो परिवार घर में थे, वे रात भर सडक़ों पर रहे। जैसे-तैसे वह अब किराए पर है। उनके बगल में खड़ी एक अन्य महिला ने टिप्पणी की, जिस प्रमोटर ने वह अपार्टमेंट बनाया था, उसकी कोरोना से मृत्यु हो गई। बहुत से लोग मोटी रकम लेकर फ्लैट खरीदकर अब सडक़ पर बैठे हैं।
लेकिन इस घटना के बाद भी तिलजला भर में हालात में बदलाव के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। जिस जगह पर बातचीत चल रही थी, उसके बगल में देखा गया कि एक के बाद एक अवैध निर्माण अपना सिर उठा रहे हैं। एक दूसरी मल्टीस्टोरी से कुछ ही अंगुल की दूरी पर है। एक घर ऐसा भी दिखा, जो पड़ोसी के घर पर झुका हुआ था। जिसके कारण एयर कंडीशनर का हिस्सा लगभग मुड़ गया है। तिलजला रोड पर एक घर दिखा, जिसके बरामदे की ग्रिल पड़ोसी घर की छत के दबाव से अंदर की ओर झुक गई थी। यही तस्वीर तपसिया, पिकनिक गार्डन इलाके की है। वहां कई मकानों को नगर पालिका ने खतरनाक घोषित कर दिया था, लेकिन वे उनमें रहना बंद नहीं कर सके।
गार्डेनरिच फतेहपुर में जहां यह घटना घटी, उसके बगल में एक बहुमंजिला इमारत दिखी, जिसकी दीवार में बगल के बहुमंजिला पिलर का हिस्सा टूट गया था। पहाड़पुर रोड नंबर 470 पर उस घर के सामने खड़े होकर एक शख्स ने कमेंट किया, ऐसे और भी हैं। नगर पालिका को ऐसे केवल छह घर मिले। लेकिन अगर इतनी बड़ी घटना नहीं होती तो क्या इस पर ध्यान दिया जाता? इसके बाद उनका सवाल था, क्या इसके बाद हालात बदलेंगे? हालांकि, प्रशासन की ओर से इस पर कोई निश्चित जवाब नहीं मिला।